Akelepan Ki Shayari - आज कल की दुनिया में हर कोई अकेला है और हर कोई परेशान है क्युकी अब धीरे धीरे हिंदुस्तान बदल रहा है और आज के युवा कुछ अपने भविष्य को लेके चिंतित है। आज व्यक्ति सिर्फ डॉक्टर, इंजीनियर नहीं बनना चाहता बाकि वह बनना चाहते है जिसमे वो खुश है लेकिन जब आप अपने बनाये रास्ते पर चलते हो तो आपको बहुत सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है जिनकी वजह से आपको दोस्त, पढाई और घर तक छोड़ना पड जाता है इसलिए आप अकेले हो जाते हो।
Akelepan Ki Shayari in Hindi
आज के इस लेख में हमने आपके लिए सबसे अच्छी Akelepan Ki Shayari साझा की है जिनको आप पढ़ सकते हो और सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें शेयर कर सकते हो। जीवन में अकेलेपन बहुत बार आता है और दुःख भी बहुत होता है लेकिन इस दुःख से लड़ना ही तो जिंदगी कहलाता है। चलिए में आपको ले चलता हूँ सीधे Akelepan Ki Shayari in Hindi की ओर।महफ़िल से दूर मैं अकेला हो गया, सूना सूना मेरे लिए हर मेला हो गया।
मेरा अकेलापन ही मेरा साथी हैं, मुझे किसी और की ज़रूरत नहीं, क्या करे किसी से रिश्ता जोड़ कर, जब की मुझे जिंदगी में और दर्द की ज़रूरत नहीं।
एक चाहत होती है, जनाब अपनों के साथ जीने की, वरना पता तो हमें भी है कि ऊपर अकेले ही जाना है।
क्या कहें जनाब कि अकेलापन क्यों इतना भाता है, खुद से बातों में अक्सर यू ही वक्त गुज़र जाता है।
ख्वाब बोया है मैंने और अकेला-पन काटा है, इस प्यार – मोहब्बत में यारो घाटा ही घाटा है।
यूँ ही बेवजह न मुझे वो खोजता होगा, शायद उसे भी ये अकेलापन नोचता होगा।
खुदा जाने यह कैसी रहगुजर है, किसकी तुरबत है, वो जब गुज़रे इधर से गिर पढ़े दो फूल दामन से।
आज जो इस अकेलेपन का एहसास हुआ खुद को, तो समहाल नहीं पाया अपने इन आसुओं को।
हमारे इस अकेलेपन ने हमें जीना सीखा दिया, बची हमारी ये हँसीं तो उसे हमनें पहले ही भुला दिया।
Akelepan Ki Shayari in Hindi
ये अकेलापन मुझे भाने लगा अब, करीब जाना मुझे चौकाने लगा अब।
धोखे से डरते हैं इसीलिए आज भी अकेले रहते हैं।
तेरे जाने के बाद मैंने कितनों को यु आज़माया हैं, मगर कोई भी मेरे इस अकेलेपन को दूर नहीं कर पाया हैं।
मेरी तन्हाई देखकर उदासियां भी रो पड़ी, जब मुस्कुराने की कोशिश की तो मेरी गुस्ताखियां रो पड़ी।
सुबह से रात और रात से यु ही सुबह हो जाती है, ये अकेलापन खत्म होने का नाम ही नहीं लेता है।
तन्हाई का एक ऐसा भी आलम है, जो कुछ भी करने को मजबूर कर देता है, ऊपरवाला भी ना जाने क्या चाहता है, क्यों प्यार करने वालो को दूर कर देता है।
सुन अकेला रहना और अकेलेपन में रहना, वैसा ही होता है जैसे की मुस्कुराना और गम में रहना।
तेरे जाने के बाद मैंने कितनों को यु आज़माया हैं, मगर कोई भी मेरे इस अकेलेपन को दूर नहीं कर पाया हैं।
उस की जुस्तजू, इंतज़ार और अकेलापन, थक कर मुस्कुरा देता हूँ जब रोया नहीं जाता। - Akelepan Dard Ki Shayari
पास आकर सभी दूर चले जाते है, अकेले थे हम अकेले ही रह जाते है, इस दिल का दर्द दिखाये किसे, मल्हम लगाने वाले ही जख्म दे जाते है।
हमारे इस अकेलेपन ने हमें जीना सीखा दिया, बची हमारी ये हसीं तो उसे हमनें पहले ही भुला दिया।
तुम्हारे करीब हम कुछ इस तरह आते गये, तन्हाइयों के और नजदीक जाते गये।
क्या करेंगी इस खाली इमारत जैसे दिल का हाल जानके, क्यूंकी अब तो इसे भी अकेलेपन से मोहब्बत सी हो गई है।
वो तुम्हारे नज़रिए से अकेलापन हो सकता है, पर मेरे नज़रिए से देखो वो मेरा सुकून है।
ये इश्क जादू टोना है, अगर दिल लगाया है, तो तन्हा भी होना है।
अकेलापन अब हमे सताता है, दिन मे सपने ओर रातों को जागता है।
अकेलेपन से कोई बैर नही है मुझे, डरता हूँ की कोई याद ना आ जाये मुझे।
Akelepan Ki Shayari Status
मुझे मेरा अकेलापन ही कुछ ज्यादा भाता है, इन खोखले बनावटी रिश्तों के बीच दिल घबराता है।
अकेले मर जाना ए-दोस्त पर किसी पे भरोसा मत करना।
तेरे जाने के बाद मैंने कितनों को यु आज़माया हैं, मगर कोई भी मेरे इस अकेलेपन को दूर नहीं कर पाया हैं।
यूँ ही बेवजह न मुझे वो खोजता होगा, शायद उसे भी ये अकेलापन नोचता होगा।
प्यार में इंसान तन्हाइयों का शिकार हो जाता है, क्योंकि प्यार का रास्ता ही तन्हाइयों से होकर जाता है। - Akelepan Ki Shayari
सुन, अकेला रहना और अकेलेपन में रहना, वैसा ही है जैसे की मुस्कुराना और गम में रहना।
अकेलापन एक सज़ा सी है, लेकिन इसमें जीने में भी अपना अलग ही मज़ा है।
जनाब कैसे मुकम्मल हो उस इश्क़ की दास्तां, जिसकी फितरत में ही अकेलापन होता है।
इस अकेलेपन ने एक बात तो सीखा दी हैं, दिखावे की नज़दीकीयां से तो हकीक़त की दूरिया अच्छी हैं।
दिल्लगी में दिल लगा बैठे, सारा चैन-ओ-सुकून गंवा बैठे, बहुत देख ली महफिलें इश्क की अब तन्हाइयों के आगोश में आ बैठे।
सुनो तुम्हारे जाने के बाद हम कभी, अकेलापन महसूस ही नहीं कर पायें, क्या करते कमबख्त तनहाईयों को, मोहब्बत जो हो गई है हमसे।
मेरे अकेलेपन ने भी क्या खूब साथ निभाया इस ज़िन्दगी में, कि अब तो आलम ये है कि हम दीवारों से भी बातें करते हैं।
रात ये मुझसेे बहुत मोहब्बत करती है, सब सो जाएं तब अकेले में बात करती है।
मेरा नसीब अच्छा था जो तेरा दीदार हो गया, पहले मैं अकेली थी और अब अकेलेपन की शिकार हो गयी।
जनाब जिंदगी में आकेलेपन और एहसासों के बड़ा काम होता हैं, जो दूसरे के गमों को अपनाता हैं वही इंसान होता हैं।
तन्हाइयों से मेरी पहचान लगती है, मुझे महफिलें भी वीरान लगती है।
Naseeb Akelepan Ki Shayari
कौन कहता है जनाब ये अकेलापन छलता है, जब जिंदगी की समझ हो जाए तो खुद का साथ भी भाता है।
अकेलापन क्या होता है, यह कोई ताजमहल से पूंछे, देखने के लिए पूरी दुनिया आती हैं, मगर रहता कोई नहीं है।
तन्हाइयों के घरौंदे में हम बस गए, जो अकेलेपन की दास्तां सुनाई, तो मेरी बातों पर लोग हँस दिए।
किस से कहु अपनी तन्हाई का आलम, लोग चेहरे के हसी देख बहुत खुश समझते हैं।
आज जो इस अकेलेपन का एहसास हुआ खुद को, तो समहाल नहीं पाया अपने इन आसुओं को।
तकलीफ तो जिंदगी देती हैं, मौत को तो लोग युही बदनाम करते हैं।
दीप रातों को जलाके रखिये, फूल काँटों में खिलाके रखिये, जाने कब घेर ले अकेलापन, एक-दो दोस्त बनाके रखिये।
अजीब है मेरा अकेलापन, ना खुश हूँ, ना उदास हूँ, बस खाली हूँ, और खामोश हूँ।
अकेलापन एक सज़ा सी है, लेकिन इसमें जीने में भी अपना अलग ही मज़ा है।
मेरा हाल देखकर मोहब्बत भी शर्मिंदा हैं, की ये शख्स सब कुछ हार गया फिर भी जिन्दा हैं। - Akelepan Sad Shayari
अब इंतज़ार की आदत सी हो गई है, खामोशी एक हालत सी हो गई है, ना शिकवा ना शिकायत है किसी से, क्यूंकी अब अकेलेपन से मोहब्बत सी हो गई है।
इस तरह हम सुकून को महफूज़ कर लेते हैं, जब भी तन्हा होते हैं तुम्हें महसूस कर लेते हैं।
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